भारत का इतिहास (१)

 भारत का इतिहस तीन भागों में विभाजित है जिसे हम कुछ इस प्रकार से प्रदर्शित करते है

1. प्रागैतिहासिक काल = जिस काल में मानव जीवन की घटनाओं का विवरण लिखित रूप में नहीं है प्रागैतिहासिक काल कहलाता है ।  इस काल को  तीन भागों में विभाजित किया गया है

(A) पुुरा पाषाण काल।    (B) मध्य पाषाण काल    (C) नव पाषाण काल

2. आध इतिहास काल = जिस काल का लिखित विवरण तो है लेकिन उसमें प्रयुक्त गूढ़ लिपि मानव दुआरा समझी नहीं जा सकती आध इतिहास काल कहलाता हैं इसके दो मुख्य स्रोत हैं

(A) सिंधु घाटी की सभ्यता

(B) वैदिक सभ्यता

3. ऐतिहासिक काल = इस काल में लिखित साक्ष्य मिले भी है और पढ़े भी गए है यह तीन भागों में विभाजित है

(A) प्राचीन भारत का इतिहस

(B) मध्यकालीन भारत का इतिहस

(C) आधुनिक भारत का इतिहास

बात करे अगर (B) मध्यकालीन भारत का इतिहास की तो इसे दो भागो में विभाजित किया है (a) पूर्व मध्यकालीन (8वी -13वी शताब्दी)

(b) उत्तर मध्य कालीन (13वी -18वी शताब्दी)

तो हमने जाना की भारत का इतिहास तीन भागों में विभाजित है 

अगले blogs में हम जानेंगे की  पूरा प्रस्तर काल, मध्य प्रस्तर काल, नव प्रस्तर काल के बारे में 

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